तन का क्या पता )2
(राधे....। राधे राधे बोल मना
तन का क्या पता....।)4
(मन तो है चंचल तन तो है पिंजरा
पिंजरे में है तेरा वास.............।)2
(राधे....। राधे राधे बोल मना
तन का क्या पता....।)2
राधा है अगर मिश्री तो मिठास है विहारी
राधा है अगर मोहनी तो मोहन है विहारी
राधा है अगर गंगा तो धार है विहारी
राधा है अगर भोली तो चंचल है विहारी
(एक दूजे के रंग में रंगे हैं एक है चंदा एक चकोरी)2
(राधे....। राधे राधे बोल मना
तन का क्या पता....।)2
बरसाने की लाडली राधा
हर लेती है सब दुख बाधा
राधा के संग झूमे कान्हा
कान्हा के संग झूमी सखियां
हे अंबर गोरे राधा राज मंडल गोरे राधा
कान्हा की मुरली बोले राधा राधा राधा बस राधा
इश्क तृष्णा ओ मेरे कृष्णा मीरा रोए दिन रात
विश क्या होता संभू से पूछो मीरा से पूछो ना ये बात
(राधे....। राधे राधे बोल मना तन का क्या पता....।)2
गोपाल गोविंद बोल मना हरि हरि बोल मना
कृष्णा राधे कृष्णा बोल मना राधेश्याम बोल मना
(राधे....। राधे राधे बोल मना
तन का क्या पता....।)3

